हेलो दोस्तो, आज हम आपको बताएंगे कि आप 10वीं के बाद क्या करें, कौन सी स्ट्रीम लें, कौन से सब्जेक्ट लें तथा उनके क्या फायदे हैं ?
अक्सर होता ये है कि स्टूडेंट हाईस्कूल के बाद बिना सोचे समझे अन्य विषयों को ले लेते हैं, परंतु जब बाद में इंटरेस्ट ना होने के कारण उनका मन उन विषयों में नहीं लगता है, तो वे फेल हो जाते हैं और कॉलेज छोड़ देते हैं, ऐसा करना ठीक नहीं है| हमें दसवीं के बाद सोच समझकर विषयों को लेना चाहिए|
दसवीं के बाद ही आपको तय कर लेना चाहिए कि आपको क्या बनना है ? उसी के अनुसार स्ट्रीम यानी साइड लेनी चाहिए| दसवीं के बाद आपको देखना चाहिए कि आपका इंटरेस्ट किन विषयों में है, उसी के अनुसार विषय लेने चाहिए| दसवीं पास करने के बाद मुख्यतः हमारे पास 4 ऑप्शन होते हैं, जिनकी क्रमवार जानकारी नीचे दी गई है|
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इसमें विज्ञान से रिलेटेड विषय पढ़ाए जाते हैं| साइंस साइड को वही छात्र लेते हैं, जो ज्यादा होशियार होते हैं| साइंस साइड एक कठिन एवं रुचिकर स्ट्रीम है| साइंस साइड दो प्रकार की होती है- एक (बायोलोजी) मेडिकल से और दूसरी नॉन मेडिकल मतलब गणित से होती है|आपको बायोलॉजी एवं गणित विषय में से एक विषय को चुनना होता है, यदि आप 11वीं साइंस साइड लेते हो|
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दसवीं तक तो लगभग सभी कॉलेजों में एक जैसे ही विषय पढ़ाए जाते हैं, लेकिन जैसे ही हम 10वीं पास कर लेते हैं, उसके बाद बड़ा कंफ्यूजन होता है कि साइंस साइड लें या आर्ट साइड लें या कॉमर्स लें|अक्सर होता ये है कि स्टूडेंट हाईस्कूल के बाद बिना सोचे समझे अन्य विषयों को ले लेते हैं, परंतु जब बाद में इंटरेस्ट ना होने के कारण उनका मन उन विषयों में नहीं लगता है, तो वे फेल हो जाते हैं और कॉलेज छोड़ देते हैं, ऐसा करना ठीक नहीं है| हमें दसवीं के बाद सोच समझकर विषयों को लेना चाहिए|
दसवीं के बाद ही आपको तय कर लेना चाहिए कि आपको क्या बनना है ? उसी के अनुसार स्ट्रीम यानी साइड लेनी चाहिए| दसवीं के बाद आपको देखना चाहिए कि आपका इंटरेस्ट किन विषयों में है, उसी के अनुसार विषय लेने चाहिए| दसवीं पास करने के बाद मुख्यतः हमारे पास 4 ऑप्शन होते हैं, जिनकी क्रमवार जानकारी नीचे दी गई है|
[1]. Science Side या Science Stream
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इसमें विज्ञान से रिलेटेड विषय पढ़ाए जाते हैं| साइंस साइड को वही छात्र लेते हैं, जो ज्यादा होशियार होते हैं| साइंस साइड एक कठिन एवं रुचिकर स्ट्रीम है| साइंस साइड दो प्रकार की होती है- एक (बायोलोजी) मेडिकल से और दूसरी नॉन मेडिकल मतलब गणित से होती है|आपको बायोलॉजी एवं गणित विषय में से एक विषय को चुनना होता है, यदि आप 11वीं साइंस साइड लेते हो|
Science side के फायदे
दोस्तो, यदि आपका सपना एक इंजीनियर, डॉक्टर या साइंटिस्ट बनने का है, तो साइंस साइड आपके लिए सबसे बेस्ट है| यदि आप इंजीनियरिंग फील्ड में जाना चाहते हैं तो आप 11वीं में मैथ लें तथा यदि मेडिकल फील्ड में जाना चाहते हैं तो बायोलॉजी लें| इसके अतिरिक्त साइंस साइड लेने के और भी बहुत से फायदे हैं| जैसे- तार्किक क्षमता का विकास होता है, नई सोच पैदा होती है आदि| तो दोस्तो, यदि हाईस्कूल में आपके अच्छे मार्क हैं, तो आप साइंस साइड लें|
Science side में विषय
साइंस साइड में जो विषय होते हैं, वे इस प्रकार हैं-
1. भौतिक विज्ञान (Physics)
भौतिक विज्ञान साइंस साइड का एक प्रमुख विषय है| इस विषय के अंतर्गत आपको भौतिक पदार्थों, गति, ऊर्जा, विद्युत धारा आदि टॉपिक्स पर पढ़ने को मिलेगा|
2. रसायन विज्ञान (Chemistry)
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रसायन विज्ञान के अंतर्गत आपको रासायनिक पदार्थों जैसे- पानी, केमिकल, गैस, हाइड्रोकार्बन आदि के बारे में पढ़ने को मिलता है|रसायन विज्ञान की तैयारी ज्यादा करनी पड़ती है, क्योंकि इसमें ऑप्टिकल प्रश्न एक भी नहीं होता है|3. जीव विज्ञान (Biology)
जीव विज्ञान के अंतर्गत आपको विभिन्न प्रकार के जीवों, वनस्पतियों, मानव शरीर आदि के बारे में पढ़ने को मिलेगा|
4. गणित (Mathematics)
गणित के अंतर्गत आपको बीजगणित, रेखागणित, अंकगणित, त्रिकोणमिति आदि के बारे में पढ़ने को मिलेगा| गणित तो वैसे भी हर जगह काम आता है|
5. कंप्यूटर साइंस (Computer Science)
इस विषय के अंतर्गत आपको कंप्यूटर से रिलेटेड टॉपिक्स पर पढ़ाया जाता है| जैसे- कंप्यूटर क्या है ? सॉफ्टवेयर कैसे बनते हैं, इंटरनेट आदि|
6. जैव प्रौद्योगिकी (Biotechnology)
इस विषय के अंतर्गत आपको जैव प्रौद्योगिकी के बारे में पढ़ाया जाता है| जैसे- बायोलॉजिकल सिस्टम, लिविंग ऑर्गानिस्म आदि|
7. हिंदी (Hindi)
इस विषय के अंतर्गत आपको सामान्य हिंदी पढ़ाई जाती है|
8. अंग्रेजी (English)
इस विषय के अंतर्गत आपको अंग्रेजी में Prose, Poetry, Short stories व Grammar पढ़ाई जाती है|
[2]. कॉमर्स (Commerce)
वे स्टूडेंट कॉमर्स लेते हैं, जो साइंस साइड की अपेक्षा थोड़े कम होशियार होते हैं अर्थात हाईस्कूल में मिनिमम 60% मार्क वाले कॉमर्स ले सकते हैं|
Commerce के फायदे
यदि आप बैंक मैनेजर बनना चाहते हो, या CA बनना चाहते हो, या कंप्यूटर एक्सपर्ट बनना चाहते हो, या फिर आप बैंक में कोई जॉब प्राप्त करना चाहते हो, तो आपके लिए कॉमर्स सबसे बेस्ट है|
Commerce में विषय
कॉमर्स में कौन-कौन से विषय पढ़ाए जाते हैं, इसके बारे में जानते हैं-
1. अर्थशास्त्र (Economics)
इस विषय के अंतर्गत आपको भारत के अर्थशास्त्र यानी गूल्ड्स एंड सर्विस सेल के बारे में सिखाया जाता है|
2. गणित (Mathematics)
गणित के अंतर्गत आपको बीजगणित, रेखागणित, अंकगणित, त्रिकोणमिति आदि के बारे में पढ़ाया जाता है | गणित तो वैसे भी हर जगह काम आता है|
3. बिजनेस स्टडीज (Business Studies)
इस विषय के अंतर्गत आपको बिजनेस के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी| जैसे- बिजनेस कैसे करें ? इसकी क्या-क्या जरूरत है, आदि|
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4. लेखाकर्म (Accountancy)
इस विषय के अंतर्गत आपको बैंक के हिसाब किताब के बारे में सिखाया जाता है| जैसे- बिजनेस बैंक में पैसे कैसे जमा करें, कैसे निकालें आदि|
5. अंग्रेजी (English)
इस विषय के अंतर्गत आपको English Grammar सिखाया जाता है|
[3]. Art Side या Art Stream
जो स्टूडेंट ज्यादा होशियार नहीं होते हैं, वे आर्ट साइड लेते हैं| कुछ स्टूडेंट समझते हैं कि आर्ट साइड में बिल्कुल स्कोप नहीं है, जबकि ऐसा नहीं है यदि आप आर्ट साइड में अच्छे से पढ़ाई करते हो, तो आप अच्छी अच्छी जॉब प्राप्त कर सकते हैं|
Art side के फायदे
यदि आप पॉलिटिशियन, वकील या कोर्ट जज बनना चाहते हो या फिर हिंदी व संस्कृत के प्रोफेसर बनना चाहते हो, तो आपको आर्ट साइड लेनी चाहिए|
Art Side के विषय
1. राजनीति विज्ञान (Political Science)
इस विषय के अंतर्गत आपको भारत की सरकार के बारे में पढ़ने को मिलेगा|
2. अर्थशास्त्र (Economics)
इस विषय के अंतर्गत आपको भारत के इकोनॉमिक्स यानी गूल्ड्स एंड सर्विस सेल के बारे में सिखाया जाता है|
3. भूगोल (Geography)
इस विषय के अंतर्गत आपको पृथ्वी के बारे में जानने को मिलेगा| जैसे- भूकंप क्यों आता है ? सुनामी क्या है, आदि|
4. मनोविज्ञान (Psychology)
इस विषय के अंतर्गत आपको मनुष्य के दिमाग और उसके व्यवहार के बारे में सिखाया जाता है|
5. इतिहास (History)
इस विषय के अंतर्गत आपको पुराने समय के बारे में बताया जाता है| ये विषय थोड़ा बोरिंग होता है, लेकिन फिर भी आप इसे चुन सकते हैं|
6. अंग्रेजी (English)
इस विषय के अंतर्गत आपको English Grammar सिखायी जाती है|
7. संस्कृत (Sanskrit)
इस विषय के अंतर्गत आपको संस्कृत भाषा सीखने को मिलेगी|
8. दर्शनशास्त्र (Philosophy)
इस विषय के अंतर्गत आपको इंसान के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है| जैसे- स्ट्रेस फ्री कैसे रहें ? खुश कैसे रहें, आदि|
9. नागरिक शास्त्र (Sociology)
इस विषय के अंतर्गत आपको समाजसेवी के बारे में बताया जाता है|
[4]. डिप्लोमा कोर्स (Diploma course)
दसवीं के बाद यदि आप कॉलेज नहीं जाना चाहते हैं, तो आप डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं| ये भी जॉब दिलाने में बहुत सहायक होते हैं| आइए बात करते हैं, दसवीं के बाद डिप्लोमा कोर्स की-
1. पॉलिटेक्निक (Polytechnic)
दोस्तो, दसवीं के बाद आप पॉलिटेक्निक का डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते हैं| इसके बारे में पूरी जानकारी हमने दूसरी पोस्ट में दी है, कि पॉलिटेक्निक में सफलता कैसे प्राप्त करें| दोस्तो, यदि आप पॉलिटेक्निक के बारे में पढ़ना चाहते हो, तो "यहां क्लिक करें" पर क्लिक करके पढ़ सकते हो|
"यहाँ क्लिक करें"
2. आई.टी.आई (ITI)
दोस्तो, दसवीं के बाद आप ITI कर सकते हो|
तो दोस्तों, आपको यह जानकारी कैसी लगी, कमेंट में बताएं और यदि आपका कोई सवाल है तो आप उसे भी कमेंट में पूछ सकते है| आपको किस टॉपिक पर जानकारी चाहिए यह भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं|
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2 टिप्पणियाँ
Very good about after passed 10th class
जवाब देंहटाएंThanks brother
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